Saturday, April 10, 2021

तू गुजरता है हवाई जहाज सा

 तू गुजरता है हवाई जहाज सा

दिल की खिड़कियां खड़ खड़ाती हैं


तू बीतता है सूनी लंबी रातों  सा

तुझे सोचूं तो तारें टीम टिमटे हैं

तू आता है  ठंडी हवा के झोंके सा

मैं और मेरा आंचल सर सराता है


तू गुजरता है हवाई जहाज सा

दिल की खिड़कियां खड़ खड़ाती हैं


तू लंबे सफर का साथी सा

रेडियो की तरह गुन गुनाता है

तू है सूरज की पहली किरण सा

हर दिन नई उम्मीद जगमगाता है


तू गुजरता है हवाई जहाज सा

दिल की खिड़कियां खड़ खड़ाती हैं


तू पहली बारिश की बूंदों सा

फसलें तेरा नाम बुदबुदाती हैं

तू मिला है  बड़ी शिद्दतों से

चलो फिर मुहब्बत आजमाते हैं


तू गुजरता है हवाई जहाज सा

दिल की खिड़कियां खड़ खड़ाती हैं


© प्रिया जैन










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