Wednesday, September 25, 2019

कौन है देश द्रोही

असल देशद्रोही कौन ?
कोई बतलाओ मुझे,,

सिनमा-घर में जो,
सुन राष्ट्र्गान
उठ खड़ा ना होता,
वो ?
या
देख छेड़छाड़ लड़की के साथ
बैठ तमाशा देखे,
वो ??

देख के जाती धर्म
लड़की जो चुनता
वो?
या
 नाम पर सत्ता के
एंटी रोमियो स्क्वॉड
का ताना बाना बुनता
वो?

असल देशद्रोही कौन ?
कोई बतलाओ मुझे ,,

राष्ट्र-खेल हाकी के बारे में
कुछ ना जाने,
वो ?
या
क्रिकेट-जीत पर भारत की,
ना जश्न मनाए,
वो ?

सड़क को कूड़े
का डब्बा समझे
वो?
या
सड़क दुर्घटना में
घायल व्यक्ति के
खून के धब्बों को
बस खड़ा देखे
वो?

असल देशद्रोही कौन ?
कोई बतलाओ मुझे ,,

करे घूसख़ोरी,
टैक्स चुराए,
काला,धन कमाए
वो ?
या
करते चोरी डकैती
सीना जोरी
पकड़ा जाता
वो?

हासिल करने विद्या
परदेस जाता
वो?
या
पहनता विदेशी
खाता विदेशी
अपनाता विदेशी संस्कृति
वो?

असल देशद्रोही कौन ?
कोई बतलाओ मुझे ,,,

इस देश की भाषा उर्दू
से ताल्लुक़ात रखे
वो?
या
अंग्रेज़ी ना बोलने वालो
को अपने से तुच्छ समझे
वो?

गौमास का सेवन
करता वो?
या
गौमाता को सड़क
पर छोड़ ,छीन
लेता उसका जीवन
वो?

असल देशद्रोही कौन ?
कोई बतलाओ मुझे ,,,

देश में होता गलत देख
जो बर्दाश्त है करता
वो?
या
देश को बुरा भला सुनाकर
दूसरे मुल्क जा बसता
वो?

हिन्दू मुसलमान में
फरक समझता
वो?
या
आरक्षण हासिल
करने के लिए
धर्म परिवर्तन करे
वो?
धर्म को मुल्क से
ऊपर रखे
वो?
असल देशद्रोही कौन ?
कोई बतलाओ मुझे ,,,

© प्रिया जैन


Tuesday, September 17, 2019

ज़िद्दी कौन ?

ज़िद्दी कौन?
 मैं  या मेरी ज़िन्दगी?
शरारती तू बड़ी
मैं भी कुछ कम नहीं
दे तू मुझे ज़ख्म
देख फिर
मेरी कलम का दम
ऐ ज़िन्दगी तू ज़िद्दी
या मैं, जानती मैं नहीं

गिरा मुझे तू
उठ मैं जाऊंगी
रू बरू करती तू
जुदा भी करती तू
यादें लेजा सकती है क्या?
ऐ ज़िन्दगी तू ज़िद्दी
या मैं
बतला सकती है क्या

सबक सिखाती तू
मैं सीखना चाहती हूं
 खुशियां बांटती तू
बटोरना मैं जानती हूं
रूसाती भी तू
उलझाती भी तू
 मैं रुकती नहीं
 थकती नहीं

 फरेबी भी तू
 मतलबी भी तू
 तो क्या मैं थम जाऊं?
 मैं गिर जाती हूं
 मैं रुकती नहीं
 थकती नहीं
 ऐ ज़िन्दगी तू ज़िद्दी
या मैं, मैं जानती नहीं


© प्रिया जैन

Monday, September 16, 2019

Are you just my hallucination

Are you just my hallucination?
Your glimpses are all around
Your voice rings in my head loud
You are keeping an eye on me
Making me adjust with my destiny
When I feel I am not beautiful anymore
You tell me I am winsome
And my smile is pure
When I feel like a complete loser
You tell me you believe
I am the strongest woman ever
When I think I have become dull
You tell me I am the smartest of all
When I cry, your hand reaches my eye
Your voice reaches my ear
And tell me beautiful don't cry


Are you just my hallucination?
Should I stop believing in you?
Will you always give me a clue?
Will you always come around?
When I am feeling down
Will you ever go away ?
Will I ever let you go
and find a new way?
Can we stay together till I die?
Can we stay together after I die?
I will always have one thing for you
And that is deep gratification
You and me together is a hallucination
Your existence is essential for me
You are my inner voice
Please never leave me

© Priya Jain

Wednesday, September 11, 2019

तेरे डर को मेरा सलाम

तेरे डर को मेरा सलाम
जब तक डर है
इंसानियत कुछ बाकी है

चुप चाप तू भी है
चुप्पी तो हमने भी
 ना तोड़ी है

आंखे मिलाना ज़रूरी है
तेरी आंखों में पढ़ी
 हमने मजबूरी है

तेरे डर को मेरा सलाम
जब तक डर है
इंसानियत कुछ बाकी है

कब तक आंख मिचौली है?
कब तक चिंता की होली है?
आखिर हम हमजोली है

क्यूं ना सब बोल दें?
क्यूं ना हल्के हो जाए?
ये वजन कुछ भारी है

तेरे डर को मेरा सलाम
जब तक डर है
इंसानियत कुछ बाकी है


© प्रिया जैन

Sunday, September 8, 2019

ना तुम समझे

ना तुम समझे
ना हम समझा पाए
कौन गलत?
कौन सही?
क्या वक़्त है कम?
या हम वक़्त निकाल ना सके?
ना तुम समझे
ना हम समझा पाए


ना तुम समझे
ना हम समझा पाए
कुछ ख़्याल हैं
जो दिल में हैं सजे
वो चाहते हैं आज़ादी
क्यूं वो अल्फ़ाज़ बन ना सके?
ना तुम समझे
ना हम समझा पाए

ना तुम समझे
ना हम समझा पाए
मेरे सन्नाटे को
मेरी बेबसी ना समझना
मेरे सन्नाटे की
दबी आवाज़ तुम्हारा सकून
छीन सकती है
ना तुम समझे
ना हम समझा पाए

© प्रिया जैन