अच्छी सोच और अच्छा दिल नहीं होता सबके पास
अलमरियों में भले ही हो अच्छे महंगे ब्रांड्स का वास
बेहतरीन इंसान होने के लिए होते हैं कुछ मापदंड
नेकी, हमदर्दी, ईमानदारी, विनम्रता, सकारात्मकता
जो ये मिल जाएं ना छोड़ना कभी इन्हें, यह हैं रामचंद
दिलों में रंजिशों, गलत फहमियों का मैल है जब तक
ना जी सकोगे, ना मर सकोगे, आज़ाद और बेधड़क
जिंदगी नहीं है इंस्टा और फ्वाईबुक के पोस्टों में
वो तो मारती है किलकाली मेरे बच्चे की हंसी में
वो है चिड़ियों की, हवा की, लहरों की ध्वनि में
वो है मेरे आस पास के लोगों के जीवन संघर्ष में
मेरा नामों निशान मिल न सका,अर्श में न फर्श में
जिसकी तलाश में हूं मैं भटकी, वो मौजूद हैं मुझी में
वो तो मौजूद है मुझी में।
वो तो मौजूद है मुझी में।
© प्रिया जैन